कूकरौंधा जड़ीबूटी के फायदे।Benefits of Blumea lacera herb
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कूकरौंधा का पौधा |
नमस्कार दोस्तों हमारी वेबसाइट में आप सभी दोस्तों का बहुत-बहुत स्वागत है
आज भी हमारे देश में बहुत सारी गंभीर बीमारियों में आयुर्वेद का इलाज रामबाण माना गया है जिसके चलते लोग देसी जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करके निरोगी हो रहे हैं
हमारा देश भारतवर्ष अनेक विविध जड़ी बूटियों से भरा हुआ है भारत की पवित्र भूमि में अनेक प्रकार की चमत्कारिक और दुर्लभ जड़ी बूटियां पाई जाती है जिसकी ज्यादातर लोगों को पहचान नहीं होती या इसके गुणों को नहीं जानते
दोस्तों एक ऐसा ही पौधा है कूकरौंधा का,कुकरौंधा जिसके इस्तेमाल से जुकाम बुखार अल्सर आतो की सूजन पेट में घाव बवासीर जैसी गंभीर बीमारियों में रामबाण माना जाता है
कुकरौंधा एक ऐसा पौधा है जो पूरे देश में हर जगह पाया जाता है ज्यादातर खेत खलिहान और जंगलों के साथ यह घर के आसपास खाली पड़ी जमीन पर आसानी से मिल जाएगा
दोस्तों यह जो आप पौधा देख रहे हैं यह कूकरौंधा का पौधा है इस प्रकार के इसके पत्ते होते हैं और यह पौधा एक से 3 फीट तक ऊंचा होता है यह पौधा बहु वर्षु होता है और सीधा बढ़ता है शुरुआती दौर में इसके पत्ते मूली के समान लगते हैं इस पौधे में अजवाइन जैसी गंध होती है
दोस्तों इस पौधे पर पीले रंग के पुष्प होते हैं यह अर्श और बवासीर की रामबाण औषधि है दोस्तों इस पौधे का संस्कृत नाम "कुकुन्दर"और "सूक्ष्मा पत्र" है हिंदी में ""कूकरौंधा" और "कुकरवंधा" कहते हैं इसे गुजराती में "कलार" और "कपूरयों" कहते हैं नेपाली में "बूंगी" से जानते हैं इसका अंग्रेजी नाम "Blumea lacera"है
तो आइए दोस्तों जानते हैं कि कूकरौंधा का उपयोग औषध कार्य में किस प्रकार से किया जाता है दोस्तों जिन लोगों को उम्र से पहले ही बाल सफेद हो गए हैं इनके लिए कूकरौंधा बहुत फायदेमंद है इसके लिए कुक रंदा के ताजे पत्तों का रस निकाले और उसमें चार भाग पानी मिलाए अब इसका क्वाथ बनाकर सिर धोए दोस्तों आप देखेंगे कि इसके कुछ दिन प्रयोग करने से ही बालों का सफेद होना बिल्कुल बंद हो जाता है
दोस्तों यह औषधि आंखों के लिए भी काफी फायदेमंद है इसके लिए इसके ताजे पत्तों का रस निकालकर अच्छी तरह से छानकर इसमें फिटकरी घिसकर अंजन करें इस प्रयोग से आंखों में होने वाला झाला मिटता है और आंखों की फूली दूर होती है
दोस्तों जो लोग कफ से पीड़ित है ऐसे लोगों को कुकरौंधा के ताजे पत्तों के साथ समान मात्रा में शहद मिलाकर पीना चाहिए इस प्रयोग से कफ विकार दूर हो जाते हैं
जिन लोगों को आंतों में क्रमी हो गई है पेट में कीड़े हो गए हैं ऐसे लोगों को इसके ताजे पत्तों का रस निकालकर 15 से 20 ml की मात्रा में सुबह खाली पेट दो से तीन दिनों तक सेवन करना चाहिए इससे पेट की क्रूमी नष्ट हो जाती है
दोस्तों कूकरौंधा के ताजे पत्तों का रस निकालकर छोटे बच्चों की गुदा द्वार में लगाने से पेट की क्रम मिट जाती है जिसे चुन्ना रोग कहा जाता है
दोस्तों कुकरौंधा अर्श और बवासीर की एक रामबाण औषधि है इसके लिए कुकरौंधा के ताजे पत्तों का रस 5 ml की मात्रा में निकालकर साथ में काली मिर्च का चूर्ण लग लग 500 मिलीग्राम मिलाए अब इसे रोजाना खाली पेट दिन में दो बार सेवन करें दोस्तों इसके चार से पाच दिनों के प्रयोग से ही खूनी बवासीर नष्ट हो जाता है
दोस्तों जिन महिलाओं के स्तनों में सूजन आ गई हो तो ऐसे में कुकरौंधा के ताजे पत्तों का रस निकालकर उसमें जव का आटा मिलाकर गुनगुना करके लेप लगाए दो से तीन दिनों तक यह करने से स्तनों की सजन उतर जाती है
जिन लोगों को सर्दियों के मौसम में जोड़ों का दर्द परेशान कर रहा हो तो ऐसे में कुकर के ताजे पत्तों का रस निकालकर गुनगुना करके प्रभावित स्थान पर लगाना चाहिए इससे जोड़ों में होने वाली सूजन और दर्द का निवारण होता है
दोस्तों इस जड़ीबूटी के पत्तों को गाव पर लगाने से न भरने वाले घाव भी शीघ्र भर जाते हैं और अगर गांव में खून बह रहा हो तो इसे लगाने से शीघ्र ही खून बंद हो जाता है
दोस्तों कुष्ठ रोग में कूकरौंधा के पत्तों के साथ समान मात्रा में मूली के बीजों को पीसकर लगाना चाहिए इससे कुष्ठ रोग नष्ट होता है और त्वचा का कोई भी रोग हो दाद हो खुजली हो तुरंत आराम मिलता है
दोस्तों किसीको मिरगी का दौरा पड़ रहा है और तत्काल इसके पत्तों रगड़कर उस व्यक्ति के नाक पर रख दीजिए व्यक्ति तुरंत होश में आ जायेगा
तो दोस्तों ये थी आज की महत्वपूर्ण जानकारी तो दोस्तों मिलते है अगले आर्टिकल में एक और नई जड़ीबूटी की सम्पूर्ण जानकारी के साथ,,धन्यवाद
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