हिंगोट जडीबुटी के अदभुत फायदे।Benefits of Balanites aegyptiaca
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हिंगोट का पेड़ |
दोस्तों यह जो आप इमेज में देख रहे हैं यह हिंगोट का जंगली वृक्ष है तो आज के आर्टिकल में हम हिंगोट के बारे में आपको पूरी जानकारी देंगे
दोस्तों इस जड़ीबूटी को आपने अवश्य ही कहीं ना कहीं देखा होगा जरूर देखा होगा लेकिन इसके गुण और फायदे से अनजान होंगे
पहले के जमाने के लोग इस वृक्ष के फलों का उपयोग कपड़े धोने के लिए किया करते थे इस वृक्ष का नाम है हिंगोट
हिंगोट का एक साधारण सा वृक्ष
होता है 10 से 20 फीट तक ऊंचा यह वृक्ष
भारत के पश्चिमी भागों में राजस्थान गुजरात पंजाब महाराष्ट्र के इलाकों में गर्म प्रदेशों में पाया जाता है
दोस्तों यह साधारण सा दिखने वाला पेड़ इतना
चमत्कारिक हो है कि इसका प्रयोग करने से
मोटापा बर्फ की तरह पिघल जाता है इसके
अलावा भी यह अनेक प्रकार के औषधीय गुणों
से भरपूर होता है लेकिन इसकी जानकारी आम
लोगों को नहीं होती
हिंगोट का कांटेदार साधारण सा एक वृक्ष होता है जो 10 से 20 फीट तक ऊंचा और सीधा बढता है इसके पत्तों का आकार अंडाकार होता है और यह दिखने में जवासा के पत्तों के समान ही दिखाई देते है इस पर अंडाकार फल लगता है जो शुरुआती दौर में हरे रंग का और पकने के बाद पीले रंग का हो जाता है इसकी छाल के नीचे गुदा होता है और इसमें खजूर के समान सख्त बीज होता है इसके बीजों का भी पाताल यंत्र से तेल निकाला जाता है और इसका भी उपयोग औषध
कार्य में किया जाता है
हिंगोट के पूरे वृक्ष को इसकी झड़ छाल तना पत्ते और छाल इन सबको औषधीय कार्यों में लिया जाता है यह लगभग पूरे भारत में बंजर जमीन में
उत्पन्न होता है ज्यादातर भारत के पश्चिमी
भागों में देखा जाता है "इंगूदी" "तेलपला"
"दीर्धकन्टा" और "तापसवृक्ष" इसका संस्कृत नाम
है गुजराती में "इंगोरिया" कहते हैं और
मराठी में "हिंगणा" से पहचानते हैं हिंदी
में "हिंगोट" कहते हैं और वैज्ञानिक नाम
"Egyptian balanitis" है स्वाद में कड़वा
तीखा गंध युक्त पचने में हल्का और गर्म
प्रकृति का होता है यह जहर को दूर करता है
पेट की क्रमी मिटाता है और कफ का नाश करता
है पेट में होने वाला गुल्म इससे दूर होता
है
यह न भरने वाले घाव को भरता है और सफेद
दाग को दूर करता है हिंगोट मोटापा दूर करने की एक सबसे बड़ी और कारगर औषधि है जो लोग मोटापा से परेशान है इनके लिए हिंगोट एक चमत्कारिक झड़ी बूटी है
मोटापा दूर करने के लिए हिंगोट के फलों
में से दवाई बनाई जाती है यह दवाई इस
प्रकार से बनती है इसके लिए हिंगोट के
फलों को इकट्ठा करें और ऊपर जो गुदा होता
है इसे दूर करके बीज निकाले यह गुठली बेहद
सख्त होती है
बड़ी मेहनत से इसे तोड़ा
जाता है इसमें जो गिरी निकलती है इसे खोच
कर अपने पास रख ले अब इस गिरी की
छोटी-छोटी चने के आकार वाली गोलियां बनाकर
रखें इस गोली को मटके के पानी के साथ रोज
सुबह उठकर खाली पेट पी जाए
ऐसा लगातार 15 दिनों तक करते रहने से चाहे कैसा भी मोटापा क्यों ना हो बर्फ की तरह पिघल जाएगा मोटापा दूर करने का ये एक बेहतरीन और सरल प्रयोग है इसे आम लोग भी आसानी से कर सकते हैं और लाभ ले सकते हैं
अब जानते हैं हिंगोट के कुछ और औषधीय फायदे के बारे में हिंगोट का फल त्वचा रोगों की सबसे कारगर औषधि है हिंगोट फल के गुदे को
सुहागा के साथ मिलाकर एक लेप बनाए उस लेप
को प्रभावित त्वचा पर लगाने से कई प्रकार
के त्वचा विकार शांत होते हैं दूर होते हैं
इसके अलावा इस फल की मज्जा को पानी के
साथ मिलाकर चेहरे पर लेप लगा ने से चेहरे
की झाइयां दूर होती है और चेहरा खिल उठता
है
यही नहीं दोस्तों यह गुदा किल मुँहासे से
को भी दूर कर देता है पागल कुत्ते के
काटने पर इसकी छाल का प्रयोग किया जाता है
कुत्ते के काटने पर पहले गुड़ खिलाया जाता
है और इसके बाद हिंगोट की छाल का चूर्ण
छास के साथ मिलाकर पिलाया जाता है इससे
पागल कुत्ते का जहर नष्ट होता है
हिंगोट का उपयोग खांसी और दमा में भी किया जाता है स्वास्थ दमा और खांसी की समस्या होने
पर इसके फलों के गुदे के साथ छोटी पीपली
का चूर्ण मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना ले
इस गोली को गुनगुने पानी के साथ देते रहने
से कुछ ही दिनों में जबरदस्त फायदा महसूस
होता है
आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगे तो कृपया हमे फॉलो करें,,,धन्यवाद🙏
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