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aprajita jadibuti ke chamatkari fayde

अपराजिता जडीबुटी के चमत्कारी फायदे।Miraculous benefits of Clitoria ternatea herb


दोस्तों आज हम अपराजिता जडीबुटी की जानकारी देंगे और इसके औषधीय फायदे बताएंगे हमारा भारत देश प्रकृति का खजाना है हमारे देश में अनेक प्रकार के पेड़ पौधे और वनोऔषधिया पाई जाती है जो अनेक गुणों से औषधीय गुणों से भरपूर होती है 


अपराजिता के पौधे को कैसे पहचाने

aprajita jadibuti ke chamatkari fayde

अपराजिता का पुष्प



दोस्तों यह इमेज में जो आप लता देख रहे हैं इस प्रकार की इसकी लता होती है और और इसकी लता का फैलाव जबरदस्त होता है  इसकी दो प्रजाति होती है एक नीले फूल वाली और दूसरी सफेद फूल वाली नीले फूल वाली लता को विष्णु क्रांता कहते हैं जबकि सफेद फूल जिस लता पर लगते हैं इसे अपराजिता के नाम से जानते हैं 


अपराजिता पुष्प का धर्मिक महत्व है 


दोस्तों शास्त्रों में इस जडीबुटी को तन्त्र मन्त्र और साधना में बहुत सराहाना की गयी है माना जाता है कि इस पौधे से सकारात्मक उर्जा निकलती है इस बूटी का उपयोग करने वाला कोई भी व्यक्ति कभी भी पराजित नहीं होता इसका उपयोग करने से सभी कार्यों में जीत मिलती है सफलता मिलती है इसी कारण इसे अपराजिता कहते हैं इसके सुंदर फूल भगवान को चढ़ाए जाते हैं इसलिए देव मंदिरों में इस पौधे को लगाया जाता है  धार्मिक महत्व होने के साथ ही इसका उपयोग ज्यादातर तंत्र प्रयोगों में किया जाता


अपराजिता बूटी को किस नाम से जाना जाता है


संस्कृत में इसको "विष्णुकांता"और "संकरपुष्पी" और हिन्दी "अपराजिता"और अंग्रेजी में "Asian pigeonwings" इसका वैज्ञानिक नाम "Clitoria ternatea" है 


अपराजिता जडीबुटी का औषधि में उपयोग कैसे किया जाता है


इसके अलावा इस दिव्य लता का उपयोग 

सदियों से भारतवर्ष में एक औषध के रूप में 

किया जाता है इस दिव्य लता का उपयोग करने 

से कई प्रकार की बीमारियों को ठीक किया 

जाता है 


अगर किसी को स्वास रोग या खांसी की समस्या है तो इस लत्ता की झड़ को लाए और स्वच्छ पानी से धोकर पीसकर शरबत बनाए और इस शरबत को थोड़ा-थोड़ा पीने से लाभ मिलता है 


दोस्तों यह जड़ीबूटी कामला रोग को ठीक करने में भी बहुत ही फायदेमंद होती है कामला रोग होने पर अपराजिता के मूल के चूर्ण को छास के 

साथ कुछ दिनों तक लगातार सेवन करते रहने 

से कामला रोग यानी जिसे हम पीलिया से 

जानते हैं यह दूर होता है 


इसमें बहुत लाभ मिलता है छोटे बच्चों के पेट में दर्द की समस्या होने पर अपराजिता के एक से दो 

बीजों को थोड़ा सा भूनकर बकरी के दूध या 

गाय के शुद्ध देसी घी के साथ चटाने से पेट 

के दर्द में आराम मिलता है 


कभी-कभी कान में घाव हो जाने से या अन्य किसी कारणों से कान में पस निकलता हो या दर्द रहता हो तो सफेद फूल वाली अपराजिता के पत्तों का पेस्ट बनाए और गर्म करके कान की चारों ओर लेप लगा दें इससे जल्दी ही कान का दर्द 

ठीक होता है 


दोस्तों इसके बीजों को भूनकर गर्म पानी के साथ दिन में दो बार पीते रहने से पेट में पानी भरने की समस्या दूर होती है कामला रोग मिटता है और बालकों के निमोनिया रोग भी ठीक होता है 


स्त्रियों के रोग में तो यह अपराजिता एक रामबाण की तरह काम करती है मासिक धर्म के दौरान अधिक ब्लडिंग की समस्या हो तो अपराजिता के 

पत्तों का ताजा रस निकाले और 10 ml की 

मात्रा में साथ में 10 ग्राम मिश्री पाउडर 

मिलाकर पिला दे तुरंत ही आराम हो जाता है 


दोस्तों सिर दर्द की समस्या होने पर इसके 

मूल का रस निकालकर एक से दो बूंदे नाक में 

टपका ने से ही सिर का दर्द तुरंत ठीक हो जाता 

है अगर शरीर में किसी भी स्थान में जोड़ों 

में दर्द हो रहा हो सूजन हो तो अपराजिता 

के पत्तों का कल्क बनाकर लुगदी बनाकर उस 

स्थान पर लेप लगाए तुरंत ही आपको उसमें 

रिलीफ महसूस होगा 


यह दिव्य जड़ीबूटी गर्भ स्थापक गुण वाली होती है स्त्रियों में अगर किसी कारण से गर्भ ना ठहरता हो तो इस सफेद अपराजिता के 5 ग्राम छाल तथा पत्तों को बकरी के दूध के साथ पीसकर तथा थोड़ा सा शहद मिलाकर पिलाने से गिरता हुआ गर्भ भी ठहर जाता है 


इसके अतिरिक्त दूसरे प्रयोग की हम बात करें तो सफेद अपराजिता की झड़ 1 ग्राम शुद्ध पानी से धोकर बकरी के दूध के साथ पीस छानकर थोड़ा सा शहद मिलाकर कुछ दिनों तक लगातार पिलाते रहे इससे भी गिरता हुआ गर्भ ठहर जाता ता है 


दोस्तों इस बूटी की लता को कमर में बांधने से ही तीसरे दिन में आने वाला ज्वर छूट जाता है

कभी-कभी स्त्रियों में प्रसव के दौरान देरी होती 

है और पीड़ा भी अधिक होती है तो ऐसे में 

अपराजिता की बेल को लाए और स्त्री की कमर 

में बांध दे लपेट दे इससे प्रसव जल्दी हो 

जाता है और पीड़ा भी दूर हो जाती है लेकिन 

प्रसव होने के तुरंत बाद कमर में बंधी हुई बेल को हटा देना चाहिए.


तो दोस्तों फिर मिलते है एक और नई जडीबुटी की जानकारी के साथ,,धन्यवाद🙏🙏

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