कोई भी नसे की लत छुड़ाने वाली जड़ीबूटी चांगेरी Trifolium repens
नमस्कार दोस्तों हमारी साइट पर आप सबका स्वागत है आज हम आपको एक फिर से नहीं और महत्वपूर्ण जानकारी देंगे
यह जो जमीन पर फैला हुआ घास का छत्ता आप देख रहे हैं यह कोई आम वनस्पति नहीं है इस जगत में कोई भी ऐसी चीज नहीं है जो काम की न हो कुदरत की अनमोल खजाने में ऐसी विशिष्ट प्रकार के गुणों वाली जड़ी-बूटियां मौजूद है जिसके बारे में हमें जानकारी नहीं होती
यह जड़ी-बूटियां मनुष्य जीवन के कई प्रकार की बीमारियों को दूर करती है ऐसी जड़ीबूटिया हमारे आस पास में भी हो सकती है हमारे घर के आंगन में भी हो सकती है और हमारे खेत में खरपतवार के रूप में भी हो सकती है लेकिन पहचान न होने के कारण हम इसे नहीं जान सकते
दोस्तों ऐसी ही एक चमत्कारिक गुणों वाली जड़ी बूटी है "चांगेरी" यह घास कोई आम कहां नहीं है यह खट्टी-मिट्ठी घाँस है इसे तीन तीन पत्र जोड़े में लगते हैं और इसके पत्तों की सब्जी बनाकर लोग बड़े चाव से खाते हैं
इसके पत्तों का स्वाद खट्टा-मीठा होने से लोग इसे खट्टी मीठी घास भी कहते हैं यह घास बहुत खूब मिलती है और बरसात के बाद यह सभी जगह पर बड़ी आसानी से उग जाती है जो आप जमीन पर फैली हुई यह खास देख रहे हैं यह खट्टी मीठी कहां से जिसे चांगेरी से जानते हैं
दोस्तों आशा करता हूं कि इस खास रूपी जड़ी-बूटी को आपने अवश्य ही पहचान लिया होगा अलग अलग राज्यों में इसे "तीन पतिया"नाम से भी जाना जाता है इस घांस का वैज्ञानिक नाम "Trifolium repens"है
दोस्तों यह घास नशा छुड़ाने की सबसे बड़ी अवल्ल नम्बर की एक जड़ीबूटी है नशा चाहे शराब का हो भांग का हो या गांजे का किसी भी प्रकार का नशा हो इस चांगेरी के प्रयोग से नशे की लत छूट जाती है
नशा करने वाले व्यक्ति नशे की लत से आदत से पूरी तरह बर्बाद हो जाता है साथ ही अपने परिवार को भी बर्बाद कर देता है
तो दोस्तों आज की पोस्ट में हम इस तीन पत्तियां घास यानी चांगेरी के प्रयोग से नशा छुड़ाने की विधि आपको बताएंगे
इससे पहले जान लेते हैं इस दिन पत्तियां घांस के आयुर्वेदिक गुण और फायदे के बारे में तो आज हम इस खट्टी मीठी घास के बारे में एक बात करेंगे दोस्तों यह घास जमीन पर फैलता है एक छत्ते के रूप में और बहुत फैलाव होता है
इस पर तीन-तीन पत्र लगते हैं और पीली रंग की पुष्प होते है इसकी एक दूसरी प्रजाति भी पाई जाती है जिस पर गुलाबी रंग की सुंदर पुष्प लगते हैं इस खास का नाम है चांगेरी को इसे तिन पत्तियां कहां तो कोई इसे खट्टी-मिट्ठी घांस से भी जानते हैं
दोस्तों आपको ऐसी जानकारी अच्छी लगती है तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें तो चलिए जानते हैं चांगेरी के बारे में विस्तार से यह चांगेरी का घास कई प्रकार के अवश्य यह गुणों से भरपूर होता है अगर आपके आस-पास में या आपके खेतों में यह कहां पाया जाता है तो आप इस आर्टिकल को जरूर पढ़िए क्योंकि इसकी जानकारी आपको एक ना एक दिन जरूर काम आएगी
दोस्तों शिरदर्द एक ऐसी समस्या है जो कभी ना कभी किसी को होता ही है अगर किसी को सिर में दर्द होता है तो इसके पत्तों को पीसकर इसका लेप बनाकर माथे पर लगाएं कुछ ही समय में जल्दी से आराम हो जाता है अगर किसी को आदि सिर में दर्द हो रहा हो जिसे आधा सीसी कहते हैं तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए तो इस खट्टी मीठी घास के ताजे पत्तों को निचोड़कर इसका कुछ रस निकाले और जिस तरफ आदेश सर में दर्द हो रहा हो उधर की नाक में डालें आधे सिर का दर्द तत्काल हमेशा के लिए ठीक हो जाता है
इसके अतिरिक्त अगर किसी को खांसी बलगम या कफ़ की समस्या होती है तो इस के ताजे पत्तों का रस निकालें और इसमें थोड़ा पानी मिलाकर दो दो बूंद नाक में टपकाने से भी यह समस्या ठीक हो जाती है
दोस्तों इस चांगेरी के पत्तों का स्वाद बहुत ही खट्टा मीठा और लाजवाब होता है इसके पत्तो कि अगर आप सब्जी या चटनी बनाते हैं तो बहुत ही स्वादिष्ट बनेगी
अगर घर में छोटे बच्चे हैं और पाचन शक्ति कमजोर हो इन्हें भूख न लगती हो तो ऐसे में तो इस चांगिरई के पत्तों के साथ अदरक और पुदीना मिलाकर चटनी बनाकर खिलाइए यह चटनी बहुत टेस्टी बनेगी और बच्चों की पाचन शक्ति मजबूत बनेगी
इसके अलावा इसके पत्तों की सब्जी बनाकर कुछ दिनों तक लगातार खाने से आंतों में जो इंफेक्शन होता है यह भी ठीक हो जाता है इसे कमजोर पाचन शक्ति भी मजबूत बनती है अगर सब्जी बनाकर ना खाए तो इस के ताजे पत्तों का रस निकालकर 10 से 15 ml की मात्रा में खाली पेट सेवन करें
इसके ताजे पत्तों का रस निकालकर मिश्री मिलाकर कुछ दिनों तक लगातार सेवन करने से महिलाओं में होने वाली अधिक बिल्डिंग की समस्या दूर होती है इसके अतिरिक्त सफेद पानी की समस्या में भी आराम होता है
जिन लोगों को अर्श और बवासीर की समस्या है बवासीर में खून आ रहा हो तो ऐसे में इसके ताजी पत्तों की सब्जी का कुछ दिनों तक लगातार सेवन करें जल्दी से आराम मिल जाएगा
अगर किसी को यह जड़ीबूटी-ताजी न मिल रही हो तो यह जहां मिले वहां से लाकर सुखाकर चूर्ण बनाकर रख लें और इस चूर्ण को तीन से चार ग्राम की मात्रा में रोजाना पानी के साथ सेवन करें या इसको 10 ग्राम की मात्रा में लेकर काढ़ा बनाकर 15 से 20 ml की मात्रा में पिए
यही नहीं दोस्तों यह चांगेरी बूटी का घास दांतों के लिए भी अधिक फायदेमंद साबित होता है इसके लिए आप चांगेरी के पत्तों को सुखाकर चूर्ण बनाकर रख लें इस चूर्ण के साथ हल्दी फिटकरी सेंधा नमक लौंग इन सबको मिलाकर चूर्ण बनाकर रोजाना दांतों में मंजन करें इससे हिलते हुए दांत भी मजबूत बन जाते हैं और मसुड़े स्वस्थ रहते हैं
इसके साथ ही अगर किसी के दांतो में दर्द हो रहा हो दांत हिल रहे हो तो इसके ताजे पत्तों का रस निकालकर साथ में फिटकरी मिलाकर कुल्ला करें इससे जल्द ही बैठक महसूस होगा ये तीन पत्तियां घास से चेहरे की सुंदरता को भी बढ़ाती है इसके लिए इस चांगेरी के पत्तों का ताजा रस निकालें और साथ में सफेद चंदन पिलाएं और इसका एक लेप तैयार करें इस लेप को चेहरे पर लगाकर लगभग आधा घंटे के बाद चेहरे को साफ पानी से धो लें यह प्रयोग रोजाना करने से चेहरे की सुंदरता बढ़ती है और गोरापन बढ़ता है और चेहरे की झुर्रियां खत्म होती है
दोस्तों नशा एक ऐसी आदत है जो जिनको हो जाती है इन्हें छुड़ाना बहुत कठिन होता है लेकिन यह चांगेरी जड़ी-बूटी नशा छुड़ाने में भी फायदेमंद होती है
इसके लिए चांगेरी के ताजे पत्तों का रस निकालकर लगभग आधा गिलास की मात्रा में नशा करने वाले व्यक्ति को रोजाना पिलाए इसको पीने से किसी भी प्रकार का नशा क्यों ना हो चाहे भांग हो धतूरा हो या शराब का कुछ दिन लगातार चांगेरी का रस पीते रहने से नशे के प्रति नफरत हो जाएगी और धीरे-धीरे नशे की आदत छूट जाएगी
तो दोस्तों यह एक खट्टी मीठी घास की छोटी सी मगर महत्वपूर्ण जानकारी जानकारी अच्छी लगी हो तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें तो चलो मिलते है अगले आर्टिकल में फिर एक नई और महत्वपूर्ण जानकारी के साथ धन्यवाद🙏
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